वेबकैम मॉडल के साथ मुट्ठ मारने का मस्त मजा

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आंटी को मैंने चूत में गाजर लेते हुए देखा तो मेरा लंड खड़ा हो गया. उस दिन मैंने पहली बार मुठ मारी, मेरा माल निकला. फिर आंटी से सेक्स की फेंटेसी मैंने कैसे पूरी की?

कामुक्ताज डॉट कॉम की इंडियन सेक्स स्टोरीज के सभी पाठकों को को मेरा हैलो!

आज मैं आपको अपनी कामुक आंटी के बारे में बताने जा रहा हूं कि कैसे मैंने उनकी गर्म जवानी को सोचकर जोरदार मुठ मारी.

ये पहली बार था जब मैंने आंटी की सेक्सी हॉट बॉडी के बारे में सोचकर लाइव सेक्स चैट सेशन में मुठ मारी थी.

इस काम में मेरा साथ दिया दिल्ली सेक्स चैट की 23 वर्षीय हॉट वेबकैम मॉडल रिंकी ने।

जब मैं अपनी आंटी के घर गया था तो वहीं से मुझे आंटी को चोदने का मन करने लगा था.
उस दिन मेरे मॉम डैड शहर के बाहर एक शादी में गये थे और मुझे आंटी के घर रहने के लिए बोल दिया.

मुझे लगता है कि उनका वह फैसला उनकी जिन्दगी दूसरा का सबसे अच्छा फैसला था.
पहला अच्छा फैसला वो था जब उन्होंने मुझे इस दुनिया में लाने के लिए सोचा.

19 साल की उम्र में मेरे शरीर में भी जवानी के बदलाव आने लगे थे जो मेरे विचारों और स्वभाव को प्रभावित कर रहे थे.

अब मैं महिलाओं के जिस्म को देखने का ज्यादा मजा लेने लगा था.
मेरे लंड में भी तनाव आ जाता था और मुझे बहुत मजा आता था उसको छेड़कर, उसको हिलाकर!

इस तनाव को मिटाने के लिए अब आंटी मेरे लिए अच्छा जरिया बन गयी थी लेकिन उनको ये बात पता नहीं थी कि मैं उनको देखकर मुठ मारा करता हूं.

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उन्हीं के बदन को देखकर मैंने सीखा था कि खुद को खुद से मजा कैसे देते हैं.

अब मैं आपको आंटी के बारे में बताता हूं.

मेरी आंटी बिहार में अपने पति के साथ एक साधारण से मकान में ही रहती थी.
मेरे अंकल एक मूर्तिकार थे और अपनी एक दुकान चलाते थे जिससे उनका गुजारा होता था.
शादी के 12 साल बाद भी अभी तक उनको संतान नहीं हुई थी.

जब मैं उनके घर में रह रहा था तो मैंने देखा कि आंटी और अंकल के बीच कुछ रोमांच था ही नहीं.
शायद मेरी आंटी मेरे अंकल के साथ शारीरिक संतुष्टि नहीं पा रही थी.

इस बात का पता मुझे तब चला जब एक दिन मैंने उनको उनकी बालों भरी चूत में दो उंगलियां घुसाकर मजा लेते हुए देखा.
एक रूढ़िवादी परिवार से होने के कारण वो किसी बाहर वाले के साथ संबंध भी नहीं बना सकती थी.

मुझे आंटी पर बहुत तरस आता था उनकी प्यासी चूत के बारे में सोचकर!
खैर उन्होंने मुझे तो मुठ मारना सिखा ही दिया था.

एक दोपहर की बात है कि मैं घर के बाहर बैठा हुआ आती जाती औरतों को ताड़ रहा था.

दोपहर के खाने के बाद आंटी एक नींद की झपकी जरूर लेती थी और इसी वक्त मैं घर के बाहर आकर अपना टाइम पास किया करता था.

मुझे प्यास लगी तो मैं घर के पिछले दरवाजे से अंदर घुसा जो किचन में जाता था.

किचन के साथ में बने कमरे से मुझे कामुक आहें सुनाई दीं. मैंने अंदर देखा तो पाया कि आंटी चारपाई पर लेटी हुई थी. उन्होंने एक हाथ को अपने मुंह पर रखा हुआ था और दूसरे हाथ से वो अपनी चूत में गाजर ले रही थी!

मैं तो वहीं पर सन्न हो गया और छुपकर देखने लगा.

खिड़की से आ रही सूरज की किरणें सीधी चारपाई पर पड़ रही थीं. आंटी अपनी साड़ी और पेटीकोट ऊपर करके अपनी चूत को मजा दे रही थी.

गाजर के मोटे वाले छोर को वो अपनी चूत में अंदर बाहर करने में लगी हुई थी. ऐसा लग रहा था कि आंटी ने अभी ये नया नया तरीका खोजा था चूत को शांत करने के लिए इसलिए वो इतनी कामुक हो रही थी.

इसी बीच मेरा लंड एकदम से कड़क हो गया था. मैंने वहीं पर उसको हिलाना शुरू कर दिया.

शायद ये कुदरती असर था कि मैं अपने लंड पर हाथ का मजा बहुत ज्यादा महसूस कर रहा था. इससे पहले मैंने लंड को कभी इस तरह से पकड़ा भी नहीं था.

आंटी की गीली चूत को देखते हुए मैं जोर से मुठ मार रहा था और आनंद में डूबा जा रहा था. उसकी कामुक सीत्कारें मुझे मेरे लंड को जोर से रगड़ने पर मजबूर कर रही थीं.

मुझे पता नहीं था कि कुछ ही देर तक हिलाने के बाद एक चिपचिपा पदार्थ मेरे लंड से एकदम से फूट पड़ेगा अन्यथा मैं इस तरह दीवार पर खाली नहीं हो जाता.

आंटी ने अपना काम खत्म कर लिया था और वो शांत होकर सो गयी थी.

मैंने भी अपने द्वारा फैलाई गयी गंदगी को वहां से साफ किया और फिर शांत होने की कोशिश करने लगा.

मैं एक बार और अपने लंड को जोर से रगड़ना चाह रहा था लेकिन उसमें अब जरा सा भी तनाव नहीं बचा था.

चूंकि वीर्य निकलने का ये पहला अनुभव था तो मैंने अपने दोस्त के साथ इसको शेयर करने का सोचा.

आंटी के घर से अपने घर आने के बाद मैंने दोस्त को वो सारा वाकया बताया सिवाय आंटी के नंगे जिस्म और चूत में उंगली करने के।
मैंने किसी और औरत की कहानी उसको बता दी.

मेरे दोस्त ने मेरी बात सुनने के बाद कहा कि ये बहुत ही प्राकृतिक है और इसे हस्तमैथुन कहते हैं.
मैंने उससे पूछा कि मैं अपने लंड में दोबारा से तनाव कैसे लाऊं?

तब उसने मुझे अपना एक राज़ बताया कि वो कैसे मजा लेता है.
उसने मुझे दिल्ली सेक्स चैट के बारे में बताया जिसमें लाइव वीडियो सेक्स चैट सेशन होते हैं.
वो बोला कि इस साइट पर तुम अपनी पसंद की कोई भी मॉडल चुन सकते हो और मजा ले सकते हो.

उस रात के लिए उसने मुझे अपना मोबाइल फोन दे दिया और साइट की सभी अच्छी फीचर्स के बारे में बताया.

मैं दोस्त के फोन को अपने घर ले आया.

जब मेरे मॉम डैड सो गये तो मैं चुपके से अपने रूम से बाहर आया और बरामदे में जाकर बैठ गया.

आधी रात हो चुकी थी इसलिए गली भी सुनसान थी और मुझे डिस्टर्ब करने वाला कोई नहीं था.

दोस्त के मोबाइल पर ही मैंने देसी सेक्स चैट साइट में लॉग इन किया और फिर अपनी प्रोफाइल बनायी.

मैंने सेक्सी वेबकैम मॉडल्स की पूरी लिस्ट देखी और फिर रिंकी को सिलेक्ट किया, जो कानपुर से थी

पापा के क्रेडिट कार्ड से मैंने अपने क्रेडिट खरीद लिए और तुरंत ही सेक्स चैट सेशन शुरू हो गया.

रिंकी मोबाइल स्क्रीन में लाइव दिख रही थी. उसने नीले रंग की सेटिन की एक नाइट ड्रेस पहनी हुई थी.

नाइट ड्रेस में उसके बड़े बड़े बूब्स की शेप साफ दिख रही थी. उसकी क्लीवेज लाइन बहुत गहरी थी.

मुझे चिढ़ाते हुए उसने उसको एडजस्ट किया.

उसकी फीगर देखने में बिल्कुल मेरी आंटी के जैसी थी.

उसका गोरा रंग, चूचियों का साइज और उसको गोल चेहरा … सब का सब मेरी आंटी की शारीरिक बनावट से मेल खा रहा था.
फोटो की तरह वो कैम पर भी वैसी ही सुंदर दिख रही थी.

अब मैंने अपने शॉर्ट ट्राउजर निकाल दिये और अंडरवियर में होकर बैठ गया.
रिंकी- हाय बेबी! तुम अभी घर में अकेले हो क्या? अपनी मॉम के रस भरे आमों को मिस कर रहे हो?
दोनों हाथों से उसने अपने चूचक दबाते हुए कहा.

मैं- मॉम तो अंदर है और पापा जरूर उनके आमों के साथ खेल रहे होंगे.
रिंकी- तो फिर मैं तुम्हारे लिये क्या कर सकती हूं बदमाश? बताओ मुझे।

रिंकी को मैंने बताया कि कैसे मैं अपनी आंटी के घर गया. फिर वहां पर कैसे मैंने आंटी को चूत में गाजर लेते हुए देखकर मुठ मारने का आनंद लिया.

मेरी स्टोरी सुनकर रिंकी ने एक आइडिया मुझे बताया और कहा कि मैं उसी के मुताबिक ज्यादा से ज्यादा नॉटी बनकर खेलूं.
अब मेरे दोस्त की बात मुझे बिल्कुल सच साबित होते हुए दिखी. इस साइट की मॉडल्स बहुत ही ओपन माइंडेड थीं.

रिंकी- डार्लिंग … तुम इस सेशन के दौरान अपनी सारी कामुक इच्छाओं की बात करना और मेरी चूत को भी अपनी बातों से गीली करना. मुझे वेबकैम पर अपनी चूत का झरना बहाने के लिए मजबूर कर देना. मुझे भी अच्छी तरह पता है कि तुम्हें कैसे मजा आयेगा. इसलिए पूरा मजा लेना.

ये कहकर रिंकी ने वेबकैम को बेड पर फोकस कर लिया.
बेड पर बैठकर वो वेबकैम की ओर देखने लगी.

फिर उसे कुछ याद आया और उसने आगे हाथ बढ़ाकर कुछ उठाने की कोशिश की. इस दौरान उसकी जांघें मुझे करीब से दिख रही थीं.

उस चीज तक पहुंच बनाते हुए वो अपनी गांड को हिला रही थी.

उसकी गांड के उभार ने मेरा दिमाग एकदम से खराब कर दिया.

मैं मुठ मारने से खुद को रोक नहीं पाया और कई जोरदार स्ट्रॉक के साथ ही मैंने अपने घर की चौखट पर अपना माल गिरा दिया.

रिंकी- ओह्ह बेबी! ये तुमने क्या कर लिया?
मैं- मैं खुद को रोक नहीं पाया. तुम्हारी गांड देखकर मैं पागल हो गया. मगर तुम फिक्र मत करो, अभी मेरे लंड में बहुत माल बचा हुआ है. अभी तो मैंने मुठ मारना शुरू ही किया है.

वो बोली- ठीक है, लेकिन कुछ जूस मेरे लिए भी बचाकर रखना. ये देखो, ये तुम्हारे मजे में कई गुना इजाफा कर देगा.

रिंकी ने मुझे एक सेक्स डॉल दिखाई जिसके अंदर कुछ ऐसा मेटीरियल भरा गया था कि वो अन्य सेक्स डॉल के मुकाबले ज्यादा अच्छी लग रही थी.

उसमें पट्टियों का इस्तेमाल नहीं किया गया था बल्कि एक मोटा लंड उसमें सीधा टांगों के मिलने वाले स्थान पर बीच में चिपका दिया गया था. रिंकी ने उस डॉल को सुलाने की पोजीशन में लिटा लिया.

फिर उसने खुद को और उस डॉल को एक पतले से गुलाबी कंबल में ढक लिया. फिर उसने इशारा किया कि वो रोल प्ले के लिए तैयार है. मैंने एक लम्बी गहरी सांस ली और अपना अंडरवियर उतार दिया.

चूंकि मेरे चूतड़ नंगे हो गये थे और मैं एक पत्थर पर बैठा था जिससे मुझे नीचे से ठंडा लग रहा था इसलिए मेरा लंड जल्दी तनाव में आने लगा.

रिंकी (आंटी के रोल में)- पंकज, एक बार इधर आओ अंदर।
मैं- जी आंटी. कुछ काम है आपको?
रिंकी- इस खराब मौसम में तुम बाहर मटरगश्ती मत करो, ठंड लग जायेगी. अंदर आकर कम्बल में लेट लो.

अब रिंकी ने कम्बल ऐसे उठा दिया जैसे मैं उसके अंदर घुस रहा हूं.
मैं- आंटी, मैं आपको परेशान तो नहीं कर रहा हूं?

वो बोली- नहीं, बिल्कुल नहीं. मैं कोई नंगी थोड़ी सो रही हूं! वैसे भी मुझे पूरा भरोसा है कि तुम अपने अंकल की तरह मेरी नाइट ड्रेस उठाकर मेरी गांड में अपना लंड नहीं घुसाओगे.
उसने कामुक मुस्कान के साथ कहा.

मैं- अगर अंकल ऐसा करते हैं तो मैं तो उनको गलत नहीं मानता. मौसम ही इतना ठंडा है, इसमें उनकी क्या गलती?
रिंकी- बदमाश … मैं वैसे भी तुम्हें अपनी गांड में लंड नहीं डालने दूंगी. ये सही नहीं है.

मैं- तो अच्छा होता कि आपने एक हीटर ले लिया होता. अब आप सोओगी कैसे?
रिंकी- मैं तुम्हारे अंकल के बदन की गर्मी ले लेती हूं और वो मेरी गर्मी ले लेते हैं. मुझे लगता है कि खुद को कंट्रोल में रखकर हम भी एक दूसरे के बदन की गर्मी ले सकते हैं, क्या कहते हो?

मैं- मैं तो तैयार हूं.

रिंकी अब बेड पर दूसरी करवट लेकर लेट गयी और उसने सेक्स डॉल को अपनी पीठ से चिपका लिया जैसे उस डॉल ने रिंकी को पीछे से अपनी बांहों में ले लिया हो.

रिंकी- आह्ह … अब मुझे थोड़ी गर्मी महसूस हो रही है. पंकज … क्या तुम मुझे और टाइट हग कर सकते हो ताकि तुम्हारे जिस्म की गर्मी मेरे जिस्म में आने लगे?

ये कहते हुए रिंकी ने सेक्स डॉल को अपनी पीठ से कसकर सटा लिया.
रिंकी- आह्ह … पंकज, तुम्हारा लंड मेरी गांड पर लग रहा है, प्लीज कुछ करो, ये ठीक नहीं है.

मैं- आंटी … क्या मैं आपकी ड्रेस को उठाकर आपकी गांड में लंड लगा लूं? चमड़ी से चमड़ी मिलेगी तो गर्मी अपने आप आ जायेगी.

रिंकी ने अब कम्बल को नीचे कर दिया और अपनी ड्रेस ऊपर उठा दी.
उसकी मोटी जांघें और गोल मोटी गांड नंगी हो गयी. उसने एक ब्लैक पैंटी पहनी हुई थी जिसकी पट्टी उसकी गांड की पहाड़ियों के बीच फंसी हुई थी.

रिंकी- अपने लंड को मेरी गांड में मत रेल देना! तुम्हारे अंकल ने कल रात को ही इसे चोदा है. बस अपने लंड को मेरी गांड के छल्ले पर रख लो और उसकी गर्मी को लंड के टोपे पर महसूस करो … आह्ह।

अब रिंकी ने उस सेक्स डॉल के लंड को अपनी गांड के रिम पर रखवा लिया. उसकी गांड के छेद और आसपास के एरिया का रंग हल्का भूरा था.
उसने अपनी गांड की फाड़ों को हल्का सा फैलाया ताकि लंड दोनों चूतड़ों के बीच में फंसकर लंड का टोपा उसके छेद पर टिका रहे.

रिंकी की मस्त गांड को देखकर मैंने हल्के हल्के अपने लंड की मुठ मारना शुरू कर दिया.
मैं- आह्ह … काफी गर्म महसूस हो रहा है तुम्हारा छेद. क्या मैं थोड़ा सा अंदर घुसा लूं टोपे को? इसमें दोनों को ही अच्छा लगेगा.

रिंकी- ठीक है, मगर सिर्फ थोड़ा सा ही घुसाना. मैं पहले ही बहुत गर्म हो रही हूं.
कहते हुए उसने अपने बायें हाथ से सेक्स डॉल के लंड को अपनी गांड में घुसा लिया.

वो एकदम से सिसकारी- आह्ह … नहीं पंकज … इतनी अंदर नहीं … आह्ह … नहीं, बाहर खींचो इसे … आह्ह बाहर खींचो.

मैं- इसे कुछ देर वहीं रहने दो जान … देखो तुम्हारी गांड गीली हो गयी है. मुझे लगता है कि मैं इसको बाहर खींच लूं और फिर से अंदर घुसा दूं.

रिंकी ने उस लंड को अपनी गांड में अंदर बाहर करना शुरू कर दिया.

अब वो लंड को अंदर तक लेते हुए जोर जोर से सिसकारियां लेने लगी- आह्ह … पंकज! तुम्हारा जवान लंड तुम्हारे अंकल से भी मोटा है. आह्ह … अंदर धकेलते रहो इसे … मजा आ रहा है … बहुत गर्मी मिल रही है तुम्हारे लंड से … आह्ह … हां … ऐसे ही।

मैं- अपनी चूचियों को बाहर निकालो जान. मैं उनको भी दबाकर गर्म करना चाहता हूं.
रिंकी ने अपनी ड्रेस के बटन खोल दिये और उसकी मोटी चूचियां नंगी हो गयीं.
उसने अपनी चूचियों पर हाथ रखा और निप्पलों को मसलने लगी.

फिर मैं बोला- डार्लिंग … इतना सब होने के बाद पूरा खत्म नहीं किया तो ये भी ठीक नहीं रहेगा. अब तुम मेरे ऊपर आ जाओ, मैं तुम्हारे चूचों को मुंह में फील करना चाहता हूं.

रिंकी घूमी और सेक्स डॉल के ऊपर जा चढ़ी. अब उसने उसके लंड को चूत में ले लिया और उस पर उछलते हुए सिसकारने लगी.

फिर उसने पोजीशन बदली और उसके लंड को मुंह में लिया और गांड उस सेक्स डॉल के मुंह पर रगड़ने लगी.

रिंकी- तुम्हें मजा आ रहा है बेबी? मेरी गांड की खुशबू में मजा आ रहा है तुम्हें? इसको अपनी जीभ से रगड़ो … आह्ह … मेरी गांड को चाटो जान … आह्ह।

अब उसने चेहरा वेबकैम की ओर कर लिया और सेक्स डॉल के लंड को अपनी चूत में ले लिया और उस पर ऊपर नीचे होने लगी. उसकी उछलती चूचियां देखकर मैं जोर से मुठ मारने लगा.

उसने अपनी चूचियों को दोनों हाथों से थाम लिया और दोनों को आपस में रगड़ते हुए दबाने लगी. अब मैं अपने माल को और ज्यादा देर तक अंदर रोक कर नहीं रख सकता था.

कुछ जोश भरे स्ट्रॉक्स के साथ मैंने अपना माल फिर से घर के मुख्य दरवाजे पर निकाल फेंका. रिंकी अब कैम के सामने आ गयी और अपनी चूत में उंगली करने लगी.

उसके मुंह से जोर की सिसकारियां निकल रही थीं. कुछ ही पल के बाद उसकी चूत से पानी की एक धार छूटी और उसने पूरे वेबकैम पर चूत का पानी फैला दिया.

हम दोनों ही पानी छोड़ चुके थे और मैं काफी थका हुआ महसूस कर रहा था. मगर रिंकी के साथ मुझे बहुत मजा आया. हम दोनों ने खुश होकर सेशन खत्म किया और फिर मैं घर के अंदर आ गया.

अगले दिन मैंने मॉम को कहते सुना कि किसी ने बीती रात घर के मेन दरवाजे पर चुदाई की हुई है. ये सुनकर मैं अन्दर ही अन्दर मुस्कराने लगा. मेरा माल अभी भी सूखे धब्बों के रूप में दरवाजे पर मौजूद था.

अपने दोस्त को मैंने दिल्ली सेक्स चैट के बारे में बताने के लिए धन्यवाद किया. अब मेरे पास अपना खुद का मोबाइल फोन है और मैंने रिंकी के साथ कई बार लाइव सेक्स चैट का मजा लिया है.

इन चैट सेशन में मैंने अपनी मां की काल्पनिक चुदाई, कॉलेज टीचर की चुदाई और अपनी आंटी की चुदाई की हुई है. मैं बहुत खुश हो जाता हूं क्योंकि सेक्सी वेबकैम मॉडल के साथ मनचाहे इन्सान के बारे में सोचकर सेक्स का मजा लिया जा सकता है जो असल जिन्दगी में बिल्कुल भी संभव नहीं है.

दिल्ली सेक्स चैट सच में लाजवाब लगी मुझे. मैं अपनी सभी दोस्तो को कहता हूं कि एक बार इस साइट पर जाकर आप भी ट्राई करें, कामुकता की दुनिया का मजा लें.

कानपुर सेक्सी वेबकैम मॉडल रिंकी के साथ भी आप मजा ले सकते हैं. मौज करो दोस्तो, आपने कभी वेबकैम मस्ती की है तो नीचे कमेंट्स में जरूर बतायें. अपना अनुभव भी शेयर करें.