दोस्त ने अपनी बीवी बना के चोदी गांड

नमस्कार दोस्तों, मैं आपका अपना “लव एंजल”, अपनी कहानी लेकर आया हूं। मैं 22 साल का हूं। यह कहानी आज से 4 साल पुरानी है, तब मैं 18 साल का था। मेरी लम्बाई 5 फुट 10 इंच है। चलिए कहानी की तरफ बढ़ते है।

मैं उस समय कक्षा 12 मे पढ़ता था। मेरा एक दोस्त था, रॉनी । वो मेरे से 3 साल बढ़ा था। 2 साल फेल होने की वजह से वो मेरे साथ मेरी कक्षा में था। वो 6 फीट का मर्द था। उसकी छाती चौड़ी, मजबूत कंधे और सबसे भयानक उसका 9 इंच का लंड था।

हमारी धीरे-धीरे बातें शुरू हुई और मुझे भी वो पसंद था। उसके जैसा मर्द देख कर , कोई भी उसका दीवाना हो जाए। हमारी क्लास की सारी लड़कियां उस पर फिदा थी और वो मुझसे काफ़ी बातें करता था। हम अच्छे दोस्त बन गए थे।

धीर-धीरे समय निकलता गया और अब हम एक दूसरे को काफ़ी पसंद करते थे। वो मुझे हर चीज़ में काफ़ी मदद भी करता था । एक दिन उसने मुझे अपने घर पर बुलाया और रात में रुकने को बोला। उस दिन उसके घर पर कोई नहीं था। मैं भी जाने को तैयार हो गया।

मैंने घर पर बोल दिया, कि दोस्त का जन्मदिन है और मैं रात को नहीं आऊंगा। मैं उसके घर 6 बजे पहुंच गया। मैंने घन्टी बजाई, तो उसने दरवाजा खोला। उसने पतलून ओर बनियान पहनी हुई थी।

वो इतना हॉट लग रहा था, कि मैं तो उसे देखता ही रह गया। मैंने 2 मिनट में सारे सपने देख लिए, कि रात को क्या-क्या हो सकता है। मैं अपने सपनों में खोया ही हुआ था, तभी उसने बोला-

  शादी नहीं की, चुदती रोज़ हूँ

रॉनी : अंदर तो आजा।

मैंने अपनी नज़रे उससे हटाई और अंदर चला गया। वहां उसका एक और दोस्त था, तो मेरे सारे सपने चूर-चूर हो गए और मैं उदास हो गया। वो मेरे लिए पानी लेकर आया। मैंने पानी लेने के लिए हाथ आगे बढ़ाया और उसके हाथ को छूते ही, मेरे दिल में धक-धक हुई।

फिर मैंने पानी पी लिया। उसके बाद हमने टीवी देखा औ वीडियो गेम खेले। इस सब में रात के 9 बज गए। फिर उसके दोस्त को उसके घर से कॉल आया और वो चला गया। उसके जाने से मेरे तो जेसे मन की हो गयी।

उसके जाने के बाद, रॉनी मेरे पास आया और बोला-

रॉनी: चलो वो गया तो सही। मुझे तो लगा था, कि उसका मन ही नहीं है, जाने का।

और रॉनी हसने लगा। थोड़ा सा मैं भी हस दिया। फिर उसने बोला-

रॉनी: चलो खाना ऑर्डर कर लेते है।

फिर हमने खाना ऑर्डर किया। उसके बाद वो मेरे पास आया। उसने मेरा हाथ पकड़ा और बोला-

रॉनी : मैं कब से इंन्तज़ार कर रहा था, इस दिन का।

मैं बिल्कुल शांत हो गया। वो मेरे और पास आया और मुझे चूमने के लिए आगे बढ़ा। मैं पीछे हो गया। वो रुक गया और बोला-

रॉनी : अनुज आई लव यू।

मैं बिल्कुल चुप था। फिर उसने मेरे गाल पर चूम लिया और मुझे भी अच्छा लगा, क्योंकि मैं भी यही चाहता था। उसने मुझे कमर से पकड़ा और अपने होंठ मेरे होंठो पर रख दिए। तभी घन्टी बजी और हम एक-दूसरे से अलग हो गए। फिर वो दरवाजा खोलने चला गया

  मेरी पहली रात खान अंकल के साथ

मेरा दिल बहुत तेज़ धड़क रहा था। 2 मिनट बाद वो खाना लेकर आया और बोला-

रॉनी : चलो खाना खालो।

फिर हमने खाना खाया, लेकिन मेरे दिमाग़ मे वही सब चल रहा था। फिर वो रसोई मे बर्तन रखने गया और वापस आकर मेरे पास बैठ गया। उसने मेरा हाथ पकड़ा ओर बोला-

रॉनी : आई लव यू अनुज। और फिर मुझे किस कर दी।

इस बार मैंने कुछ नहीं बोला, तो वो धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगा। उसने मुझे कमर से पकड़ा और बेडरूम में ले गया। बेडरूम में जाकर वो मुझे पागलों की तरह किस करने लगा। अब मैं भी उसका साथ दे रहा था। अब वो धीरे-धीरे मेरे कपड़े खोलने लगा।

पहले उसने मेरी शर्ट निकाली, फिर बेल्ट खोली और फिर पतलून का बटन खोला। उसने अपनी भी बनियान उतार दी। अब हम दोनों सिर्फ कच्छे में थे। उसके बाद वो मुझे बुरी तरह से चूमनें और चाटने लगा और मैं उसे चूमनें और चाटने लगा।

हमारे मुंह से आह-आह की सिसकियां निकलने लगी। वो चूमनें के साथ-साथ मेरे निप्पल दबा रहा था, जिससे मुझे भी मज़ा आ रहा था। मैं आह.. उम्ह.. आह.. उम्ह की आवाजें निकाल रहा था। उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपने लंड पर रख दिया , जिसे देख कर मैं डर गया।

उसका लंड 9 इंच लंबा और 3.5 इंच मोटा था। वो मेरा डर समझ गया और बोला-

राॅनी: डर मत, सब प्यार से ही होगा और फिरसे मुझे चूमनें-चाटने में लग गया और मैं भी मज़े लेने लगा। अब उसने अपनी और मेरी चड्डी भी उतार दी और मेरे मुंह के पास अपना लंड लाकर बोला-

राॅनी : चूस दे जान।

फिर मैंने अपना मुंह खोल दिया और वो लंड अंदर-बाहर करने लगा और पूरे कमरे मे सपर-सपर की आवाज़ें होने लगी और वो आह.. उम्ह.. आह.. जान और ज़ोर से आह.. आह.. करने लगा। मेरी आंखों से आंसू आने लगे। 15 मिनट बाद, वो उठा और मुझे उल्टा होने को बोला।

मैं उल्टा हो गया और धीरे से बोला-

मैं: रॉनी आराम से।

वो झुका, मुझे किस किया और बोला-

राॅनी: जान चिंता मत कर, सब आराम से होगा।

फिर उसने अपने लंड पर तेल लगाया और मेरी गांड पर भी। फिर उसने अपना लंड मेरी गांड पर टिकाया और ज़ोर लगाया। पहली बार मे लंड फिसल गया, तो उसने दोबारा टिकाया और एक तेज़ झटका मारा। इस बार उसके लंड का टोपा, मेरे अंदर चला गया। मैं उछला और चीखा माआआआआआआआ….

उईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई…. मरररररररर…….. गया निकालो, पर उसने मेरे कंधे पकड़ लिए और दूसरा झटका मारा। अब उसका आधा लंड मेरे अंदर था। मैं रोने लग गया और बोला-

मैं: रॉनी निकालो, दर्द हो रहा है मुझे।

वो रुक गया और मुझे बोलने लगा-

रॉनी: सब सही हो जाएगा जान। पहली बार मे दर्द होता ही है।

मैं रोता राहा और बोला: नहीं निकालो इसे।

पर वो नहीं माना। फिर मैं थोड़ा शांत हुआ, तो उसने अपना लंड हल्के से पीछे लिया। मुझे लगा, कि वो लंड निकाल लेगा, लेकिन अगले ही पल उसने ज़ोरदार झटका दिया और अपना 9 इंच का लंड, मेरी जड़ों तक पेल दिया। मेरी चीख निकल गयी।

म्म्म्मममाआ…. आाआआईयईईईईईई….. उईईईईईईईईईईईईईईईईईईई….. बचाओ…… मररररररर…… गया आह.. अहह.. आह.. उईईईईईई.. आआआआआआआहह…. वो वेसे ही राहा फिर थोड़ी देर। बाद में मेरा दर्द कम हुआ और मैं शांत हुआ।

फिर उसने लंड अंदर बाहर करना शुरू किया और मुझे दर्द होने लगा। मैं आआआआआआआआहह.. आआआआहह.. उईईईईईईईईईईईईईईईई.. आआआआआआहह.. उईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई. म्म्म्ममममममममममम.. उईईईईईईईईईईईईईई.. आआआआआआहह.. आआ… करने लगा।

कुछ समय बाद मुझे भी अच्छा लगने लगा। मैं भी मज़े लेने लगा आह.. उई.. आह… एम्म्म.. आआहह.. की आवाज़ें करने लगा। पूरे कमरे में फूच.. पच.. पकक्कककच… पच.. पच.. की आवाज़ें आने लगी। थोड़ी देर बाद उसके झटके तेज़ हुए और मेरी जान निकलने लगी और मैं आआआआ…. आआआहह… आआआआहह.. म्म्म्ममममममममम… करने लगा।

रॉनी भी सिसकियां लेने लगा : आहह.. अहह… मज़ा.. आ गया जान आअहह…. बस मेरा होने वाला है।

फिर 10-12 झटकों के बाद उसने अपना पानी मेरे अंदर छोड़ दिया और ऐसे ही सो गया। थोड़ी देर बाद मैं बाथरूम जाने के लिए मैं धीरे-धीरे खड़ा हुआ, तो एक-दम से चक्कर आ गया और मैं बेड पर लेट गया।

फिर वो मेरे पास आया और मैंने दोबारा उठने की कोशिश की। उसने मुझे सहारा दिया। मैंने जब बिस्तर पर देखा, तो खून था। मैं डर गया, तो वो बोला-

रॉनी: जान पहली बार में यह आम बात है।

उसने मुझे किस किया और गोद मे उठाकर बाथरूम लेकर गया। फिर हमने बिस्तर सही किया और हम लेट गए।

उसने बोला: तू जान है, आज से मेरी।

मैं ये सुनकर मुस्कुरा दिया। उस रात उसने मेरी 3 बार गांड मारी। फिर अगले दिन मैं अपने घर चला गया। फिर तो उसका जब मन होता, तब वो मेरी मारता। अब से मैं उसकी बीवी था। धन्यवाद।

अगर कोई ग़लती हुई हो, तो माफ़ कीजिएगा और आगरा, मथुरा और दिल्ली वाले मुझे मेल करें और कॉमेंट करके बताएं, कि आपको स्टोरी कैसी लगी। मेरी मेल आईडी है:

वापस जल्दी आऊंगा नई कहानी के साथ।

[email protected]