धोबी और पहरेदार के साथ सेक्स किया

गांड चोद सेक्स कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपने घर आने वाले धोबी लड़के को पटाया और उसके लंड चूसने की अपनी तमन्ना को पूरा किया.

दोस्तो, आप सब खैरियत से होंगे.

मेरी आपसे इल्तजा है कि अगर आप भी अपना कोई सेक्स एक्सपीरियेन्स कामुकताज डॉट कॉम पर साझा करने की सोच रहे हों, तो मुझसे उसे कहानी का रूप देकर मदद ले सकते हैं.
मेरी पिछली कहानी: जिम में भाभी से दोस्ती के बाद चुदाई

आज की गांड चोद सेक्स कहानी ऐसे ही मेरे एक दोस्त की है, जो मेरे लंड का दीवाना है.
उसका नाम रोहन है. वो एक 20 साल का नौजवान है. उसको लंड चूसना बहुत अच्छा लगता है. वो ज्यादातर स्ट्रेट बंदों को पटाता है और उनके लंड चूसकर उनको मदमस्त कर देता है.

रोहन मुझे कैसे मिला और हम दोनों के बीच कैसे सेक्स हुआ … वो मैं आपको फिर कभी सुनाऊंगा.
पर आज की जो सेक्स कहानी उसने मुझसे साझा की थी, उसका रस लीजिएगा.

ये बात एक साल की पहले तब की है, जब वो 19 साल का था. जवानी में उसने अभी अभी कदम रखा था, इसलिए उसे अपनी जवानी संभल नहीं पा रही थी.
वो पहले से ही जानता था कि उसे लौंडे और उनके लंड बहुत पसंद हैं.
अपनी चढ़ती जवानी में उसने स्ट्रेट लौंडों को पटा कर उनके लंड को चूसने की कला भी सीख ली थी.

ताजा ताजा जवान हुआ रोहन इतना मस्त और चिकना दिखता था कि उसके साथ सेक्स करना गांडू लौंडों की खुशनसीबी हो जाती थी.

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रोहन की बिल्डिंग में एक 24 साल का सेक्सी धोबी आता था. उसका नाम रजक लाल था.
वो रजक लाल इतना सेक्सी था कि रोहन की नज़र उस पर बिगड़ गई थी.

रोहन जैसे माशूक लौंडे की नज़र बिगड़े भी क्यों नहीं, वो साला रजक लाल दिखता भी इतना सेक्सी था कि क्या कहें. रोहन ने ठान ली थी कि कैसे भी करके इस रजक लाल के लंड को चूसना है.

रजक लाल जब भी इस्तरी के कपड़े लेने आता, तो उसके शर्ट के ऊपर के दो बटन हमेशा खुले हुए रहते थे, जिससे उसकी चिकनी छाती अपनी मादकता बिखेरती रहती थी.

रोहन उसकी मर्दानी छाती को देख कर हमेशा उत्तेज़ित हो जाता था. न जाने कितनी बार रोहन ने उसे सोच कर अपने लंड की मुठ भी मार ली थी.

रजक लाल की आंखों में भी एक अजीब सा नशा था. जब भी वो रजक लाल को देखता और रजक लाल रोहन को देखता, उन दोनों के बीच आंखों ही आंखों में बातें हो जाती थीं.
रोहन हमेशा आंखों से ही उसे बोलता कि तुम अपना लंड चूसने दो ना सेक्सी!

उसे ऐसा महसूस होता कि रजक लाल ने भी आंखों से ही जवाब दिया हो कि ये ले मेरा लंड चूस लो और अपनी हवस को मिटा लो.

ऐसा कई दिनों तक चलता रहा.

रोहन हमेशा रजक लाल को देखकर उसकी आँखों में आंखें डालकर मन भर लेता, पर रोहन को कभी मौका नहीं मिला था कि वो उससे इस विषय पर कुछ बात कर सके.

एक दिन ऐसा कुछ हुआ कि रजक लाल शाम की जगह दोपहर में कपड़े लेने आ गया.
उसी समय रोहन भी बाहर से आ रहा था. वो दोनों लिफ्ट में एक साथ हो गए.

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रजक लाल ने रोहन से पूछा- तुम मुझे हर बार घूरते क्यों रहते हो. जब कभी भी मैं बिल्डिंग में आता हूँ … मैंने देखा है कि तुम मुझे देखते रहते हो. कभी मेरी शर्ट को … और कभी मेरी पैंट को … इरादा तो नेक है ना?

रोहन भी स्मार्ट था. उसने ये मौका नहीं जाने दिया और झट से जवाब दिया- हां मेरी नियत साफ़ नहीं है. मेरा दिल तुम्हारे लंड पर आ गया है.

ये बोलते ही रोहन ने उसके लंड पर हाथ रख दिया.
रजक लाल के दोनों हाथ में कपड़े थे, इसलिए उसने रोहन को कुछ नहीं बोला.

लिफ्ट में होने की वजह से रोहन ने सिर्फ़ उसके लंड को टटोल कर उसका नाप ले लिया.
अभी रजक लाल का लंड खड़ा नहीं था, तब भी काफ़ी लंबा लंड था.

फिर लिफ्ट रुक गई और रजक लाल बाहर निकल गया. रोहन भी अपने घर चला गया.

अब रोहन हमेशा रजक लाल की राह देखता था और सोचता था कि कब उसका लंड देखने को और चूसने को मिलगा?

अक्सर वो रजक लाल की राह देखता और जब भी हो सकता, तो उसे बात करने का मौका ढूंढता रहता.
पर उस दिन के बाद रजक लाल एक हफ्ते तक नहीं दिखा. शायद वो गांव गया था.

एक दिन वो वापस रोहन को दिख गया, तो रोहन ने बोला- किधर गोल थे… घर क्यों नहीं आते थे?
वो बोला- मैं गांव गया था.

रोहन ने पूछा- अब कब मिलोगे?
रजक लाल ने इशारे से उसको छत पर जाने को कहा.

दोपहर के टाइम पर छत पर कोई नहीं जाता था और वहां पर लिफ्ट की मशीन का केबिन था, जो हमेशा खुला रहता था.

रजक लाल कपड़े देने के बहाने कैसे भी करके छत पर चला गया. रोहन केबिन में पहले से ही मौजूद था.

रजक लाल ने जैसे रोहन को देखा, तुरंत ही उसको पकड़कर नीचे बिठा दिया और अपने पैंट की चैन खोल कर लंड तो बाहर कर दिया.

सही में रोहन के लिए ये अब तक का सबसे बड़ा लंड था.
रोहन ने अगले ही पल लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगा.

रजक लाल का लंड इतना लंबा था कि रोहन के गले तक जाकर फंस रहा था. रजक लाल को डर था कि कोई आ ना जाए, इसलिए उसने रोहन के बाल पकड़े और रोहन के मुँह को धकाधक चोदने लगा.

रोहन बोल भी नहीं पा रहा था. लंड उसके गले तक घुस जाता और वापस बाहर निकल आता. बीच में वो लंड पर थूकता और वापस लंड को मुँह में ले लेता.

रजक लाल को भी सेक्स इतनी ज्यादा चुल्ल चढ़ी थी कि वो कुछ आगे पीछे देखे बिना रोहन के मुँह को चोदता चला गया.

दस मिनट में रजक लाल ने जोर जोर से आवाज़ निकाली- आह रस आ रहा है … आ रहा है.

बस ऐसे बोलते हुए ही रजक लाल ने रोहन के मुँह में ही छूट कर दी.
रोहन ने इतना सारा पानी एक साथ अभी तक नहीं देखा था. उसका पूरा मुँह वीर्य से भर गया था.

रजक लाल ने आह करते हुए अपना लंड मुँह में खाली किया और अपने लंड को बाहर निकाल लिया.
धोबी रजक लाल के लंड रस को रोहन ने खा लिया और लंड को देखने लगा. उसमें से अब भी कुछ वीर्य निकल रहा था.

रजक लाल ने लंड को रोहन के गालों पर लगा दिया और अपना लंड पौंछ कर वीर्य को रोहन के चेहरे पर मल दिया.

रोहन को भी अपने चेहरे पर उसके वीर्य की गर्मी बहुत पसंद आई.
रजक लाल ने अपनी पैंट की जिप बंद की और वो वहां से चला गया.

रोहन अभी ही केबिन में बैठा था. कुछ देर बाद उसने अपना पैंट निकाला और अपने लंड को हिलाने लगा.
वो रजक लाल के वीर्य को अपने चेहरे से उंगली से लेकर चाटते हुए अपने लंड को हिला रहा था.

उसे इस तरह से लंड हिलाने में बड़ा मज़ा आ रहा था. जब तक रोहन के लंड से पानी नहीं निकला, तब तक उसने अपने चेहरे से रजक लाल का सारा पानी उंगली से लेकर चाट लिया.

और जैसे ही लंड ने रस फैंका तो उसने केबिन की दीवार पर उसने अपने पानी की छूट कर दी.

इस दिन के बाद रजक लाल रोहन के हाथ में ही नहीं आता था.
रोहन को रजक लाल के लंड चूसने की तलब दिन ब दिन बढ़ती जा रही थी.
वो हमेशा सोचता कि फिर से कब रजक लाल के लंड को चूसने का मौका मिलेगा.

एक दिन उसने देखा कि रजक लाल सेक्यूरिटी गार्ड के साथ बातें कर रहा है.
सेक्यूरिटी गार्ड रजक लाल का फ्रेंड था और उसकी गली में ही रहता था.
शायद रजक लाल रोहन के बारे में ही गार्ड को कुछ बता रहा था.

वो दोनों रोहन को देख कर हंस पड़े, इससे रोहन को पता चल गया कि रजक लाल ने उसके और रजक लाल के बीच में जो हुआ वो शायद सेक्यूरिटी गार्ड को बता दिया है.

फिर रोहन ने रजक लाल से पूछा कि अब कब वापस अपना लंड चुसवा रहे हो?
रजक लाल ने हंस कर कहा- बहुत जल्द ही.

एक दिन रजक लाल ने रोहन को उसकी खोली में आने को बोला.
रोहन ने छत के लिए कहा.
मगर रजक लाल ने कहा- अगर लंड चूसना है तो मेरे घर आ जाना.

रोहन बहुत उत्तेज़ित हो गया था. इसी के चलते वो उसके घर जाने की राह देखने लगा. रोहन रजक लाल की गली में पहुंच गया.

जैसे ही रजक लाल के घर रोहन पहुंचा, तो उसके घर का दरवाजा खुला था.
रोहन घर के अन्दर गया. अन्दर कोई नहीं था.

रजक लाल बाथरूम में नहा रहा था. बाथरूम का दरवाया भी खुला था.

आवाज से रजक लाल को पता चल गया था कि रोहन ही आया होगा.

रजक लाल ने जोर से आवाज़ दी- रोहन घर का दरवाजा बंद कर लो.

रोहन ने वैसा ही किया. घर का दरवाजा बंद करके, वो रजक लाल को नहाते हुए देखने लगा. रजक लाल ने रोहन को हाथ पकड़ कर बाथरूम में खींच लिया और उसे चूमने लगा.

रोहन के सारे कपड़े भीग गए, फिर भी रजक लाल उसे छोड़ नहीं रहा था.

रजक लाल ने रोहन को जोर से नीचे घुटनों पर बिठा दिया और उसके मुँह पर अपना लंड चूसने को धर दिया.
रोहन एक हाथ से रजक लाल का लंड पकड़ कर चूसने लगा.

शॉवर का पानी रजक लाल के लंड से होते हुए, रोहन के चेहरे और मुँह को भिगो रहा था.

थोड़ी देर में रजक लाल ने रोहन के मुँह से लंड निकाला और उस पर मूतने लगा.
रोहन ने किसी का मूत अपने चेहरे पर नहीं लिया था. पर रोहन को मूत से नहाने में बड़ा मज़ा आ रहा था.
रजक लाल ने अपने मूत की धार रोहन के चेहरे पर मारते हुए उसके पूरे पूरे बदन को मूत से सान दिया.

फिर रजक लाल ने रोहन के मुँह को खोलने को कहा और उसके मुँह में भी मूतने लगा.
रोहन को रजक लाल का मूत पीने में बड़ा मज़ा आ रहा था.

रजक लाल ने मूतने के बाद रोहन के बाल पकड़े और उसके मुँह में लंड पेल कर उसके मुँह को चोदने लगा.

वह रोहन को गाली देकर बुला रहा था और कह रहा था- आह भैन के लौड़े … चूस मेरे लंड को मादरचोद … और अन्दर ले कर चूस हरामी.

कभी कभार वो अपना लंड मुँह से निकाल कर रोहन के चेहरे पर ठोकने लगता. रोहन इतना उत्तेज़ित हो गया था कि रजक लाल जो भी कर रहा था, वो उसे पसंद आ जाता था.

थोड़ी देर में रजक लाल ने अपने वीर्य की पिचकारी रोहन के मुँह में ही छोड़ दी.
वो तब तक उसके मुँह को चोदता रहा, जब तक रोहन उसका सारा वीर्य पी नहीं गया.
फिर रोहन ने रजक लाल के लंड को चाट कर साफ़ कर दिया.

रजक लाल अब तौलिया पहनकर बाथरूम से बाहर आ गया. उसने रोहन से अपने भीगे कपड़े निकाल कर नंगा हो जाने को कहा.

रोहन ने अपने सारे कपड़े निकाल कर सूखने डाल दिए. रोहन तौलिया पहनकर बाहर आ गया.

तभी क़िसी ने दरवाजे को खटखटाया.
रोहन घबरा गया.

रजक लाल ने कहा- डरो नहीं, मेरा दोस्त आया होगा.
ऐसा बोलकर वो दरवाजा खोलने गया. दरवाजा खोला तो सामने वही सेक्यूरिटी गार्ड था जो रोहन के बिल्डिंग में काम करता था.

रजक लाल बोला- रोहन आओ तुम्हें में अपने दोस्त से मिलवाता हूँ.
गार्ड का नाम अशोक था.

अशोक ने रोहन को देखकर कहा- लगता है तुम दोनों ने काम खत्म कर लिया है.
रजक लाल बोला- हां मैंने एक बार पानी छोड़ दिया है. अब तुम्हारी बारी है दोस्त.

ऐसे ही बोलते हुए रजक लाल ने रोहन को अशोक की तरफ धकेल दिया.
रोहन कुछ बोल पाता, उसके पहले अशोक ने रोहन को अपनी बांहों में भर लिया और उसको चूमने लगा.

रोहन सोच रहा था कि चलो आज तो डबल मज़ा आ जाएगा.

अशोक ने रोहन के तौलिए को निकाल दिया और उसे नंगा कर दिया.
उसने अपने कपड़े भी निकाल दिए और नंगा हो गया.

अशोक एक 24 साल का जवान लौंडा था. वो एक सेक्यूरिटी गार्ड था, इसीलिए उसका शरीर कसा हुआ था.
उसकी मर्दानी छाती बालों से भरी हुई थी, जो रोहन को उत्तेज़ित कर रही थी. अशोक का लंड भी काफ़ी मोटा था.

अशोक पलंग पर लेट गया और उसने रोहन से अपना लंड चूसने को बोला.

रोहन उसका लंड चूस ही रहा था कि तभी रजक लाल तेल की शीशी ले आया.
रजक लाल ने रोहन की गांड में तेल की धार मार दी.

फिर रजक लाल अपनी एक उंगली रोहन की गांड में घुसेड़ने लगा.
रोहन को अपनी गांड में गुदगुदी हुई तो उसने दो उंगलियां अन्दर करने को कहा.

इस तरह से धीरे धीरे करके रजक लाल ने अपनी चार उंगलियां रोहन की गांड में घुसा दीं और आगे पीछे करने लगा.
रोहन अभी भी अशोक का लंड चूस रहा था.

अशोक ने रजक लाल को इशारा किया और रजक लाल ने अपना लंड तेल वाला करके रोहन की गांड में घुसाने की तैयारी कर ली.

रजक लाल ने अपने लंड के सुपारा रोहन की गांड पर रगड़ना चालू किया.
मौका देख कर रजक लाल ने रोहन की गांड में झटके से लंड घुसा दिया.

लंड गांड में लेते ही रोहन जोर से चिल्ला पड़ा. इसके पहले उसने कभी अपनी गांड नहीं मरवाई थी.

रोहन अभी कुछ बोल पाता कि उसके पहले ही अशोक ने उसके बाल पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया.
अशोक के लंड से रोहन का मुँह बंद हो गया. रोहन को काफ़ी दर्द हुआ, पर अब उसे बड़ा मज़ा आने लगा.

रोहन की गांड और उसके मुँह में तो मानो होली दीवाली मनने लग गई थी.
आगे से अशोक का लंड उसके मुँह में मजा दे रहा था और पीछे गांड में रजक लाल का लंड चल रहा था.

अशोक आगे से उसके मुँह को चोदता और पीछे से रजक लाल उसकी गांड मार रहा था.
थोड़ी देर तक दोनों ने रोहन के मज़े लिए.

फिर रजक लाल बोला- अशोक आ तू भी पीछे आ जा … तू भी रोहन की गांड मार ले.
अशोक बोला- हां क्यों नहीं.

अपने लंड को अशोक ने तेल से चिकना किया और रोहन की गांड के छेद पर लगा दिया.
अशोक का लंड काफ़ी मोटा था.
रोहन को पता था कि उसकी गांड फटने वाली है.

अशोक ने जोर देकर रोहन की गांड में लंड घुसेड़ दिया.
रोहन जोर से चिल्ला पड़ा.

रजक लाल ने रोहन का मुँह हाथ से बंद कर दिया.
रोहन दर्द से चिल्लाने लगा और तड़पने लगा.

ये देख कर अशोक और रजक लाल जोर जोर से हंसने लगे और बोले- साले, गांड मरवानी है … तो इतना दर्द तो होगा ही!

अशोक ने ऐसा बोला और वो रोहन की गांड जोर जोर से मारने लगा. अशोक में बहुत ताक़त थी. वो एक घोड़े की तरह रोहन की गांड की चुदाई कर रहा था.

रोहन की गांड से अशोक की जांघें टकराने से थपाक थपाक जैसी आवाजें आ रही थीं.

अशोक के लंड को रोहन अन्दर तक महसूस कर रहा था. अशोक के लंड ने तो रोहन की हालत पतली कर दी थी.

थोड़ी देर बाद अशोक ने रोहन को सीधा लिटा दिया और उसके दोनों पैर ऊपर करके उसकी गांड को चोदने लगा.

अभी रोहन को भी बड़ा मज़ा आने लगा था.
अब तो रोहन भी मस्ती से बोल रहा था- आह और जोर से और जोर से मारो … आह मेरी गांड की चुदाई करो, मेरी गांड की हवस बुझा दो.

अशोक ने बहुत देर तक रोहन की चुदाई की.

कुछ देर बाद अशोक ने फिर से रजक लाल को इशारा किया.
रजक लाल ने रोहन को घुटने के बाल बैठा दिया और अशोक और रजक लाल दोनों रोहन के मुँह के आगे लंड लगा कर खड़े हो गए.

अशोक ने रोहन से दोनों का लंड चूसने को बोला.
रोहन दोनों का लंड बारी बारी से चूसने लगा.

रजक लाल जोर जोर से लंड की मुठ मारने लगा. रजक लाल ने अपना सारा पानी अशोक के लंड पर निकाल दिया.

अशोक को वीर्य का चिपचिपापन बहुत पसंद आता था. अशोक रजक लाल के सारा वीर्य को अपने हाथों से अपने लंड पर मलने लगा. अशोक का लंड अभी वीर्य से चिपचिपा हो गया था.

अब अशोक ने रोहन को बोला- अभी तू मुठ मार और अपना सारा पानी मेरे लंड पर निकाल.

रोहन ने भी मुठ मार दी और लंड का सारा पानी अशोक के लंड पर निकाल दिया.
अशोक ने फिर से सारा वीर्य अपने लंड पर मल दिया.

वीर्य की गर्मी से, अशोक का लंड और तन गया ये और बड़ा और मोटा दिखने लगा था.
फिर अशोक ने अपने चिपचिपे लंड को रोहन को चूसने को बोला.

पहले तो रोहन ने मना किया, तो अशोक ने उसके बाल पकड़ कर अपना लंड रोहन के मुँह में घुसा दिया.
वो रोहन के मुँह को जोर जोर से चोदने लगा.

फिर अशोक ने ‘आह आह ..’ की आवाज़ करते हुए अपने पानी की धार रोहन के मुँह में ही छोड़ दी.
इस समय रोहन के मुँह में तीनों लंड का वीर्य था, उसका अपना, रजक लाल का और अशोक का.
रोहन ने अशोक के लंड को चाट कर साफ़ कर दिया.

फिर अशोक, रोहन को किस करने लगा और दोनों एक दूसरे के मुँह में सारा वीर्य देने लगे.
इस तरह से रोहन ने रजक लाल और सेक्यूरिटी गार्ड से अपनी गांड खुलवा ली थी.

अब जब भी रजक लाल के पास जगह होती, वो रोहन और सेक्यूरिटी गार्ड को बुला लेता.
यही नहीं, अब जब भी सेक्यूरिटी गार्ड को लंड चुसवाने का मन करता, वो रोहन को लिफ्ट के केबिन में बुला लेता और अपने लंड को चुसवा लेता.

आपको ये लंड चुसवाने की गांड चोद सेक्स कहानी कैसी लगी, कमेंट जरूर लिखें.