मौसेरे भाई बहन की गांड चुदाई की कहानी -2

हॉट गर्ल की गांड की कहानी में पढ़ें कि मेरा भाई मुझे चोदना चाह रहा था पर मेरी चूत दुःख रही थी. तो उसने मेरी गांड ही मार डाली. कैसे?

हैलो फ्रेंड्स, मैं मधु जैसवाल एक बार फिर से अपने मौसेरे भाई के साथ इस सेक्स कहानी में स्वागत करती हूँ.
पिछले भाग
मौसेरे भाई ने मुझे दिन रात नंगी रखा
में अब तक आपने जाना था कि मेरा भाई सनी मुझसे गांड मराने के लिए कह रहा था. मैं उसे सताते हुए मना कर रही थी.

उसने मेरी मॉम को फोन लगा दिया और उनके सामने ही फोन को हैंडफ्री करके मेरे साथ मस्ती करने लगा.

अब आगे:

मेरा भाई सनी मेरे गालों को चाटने लगा और धीरे धीरे मेरे सर को चाटते हुए मेरे दूसरे गाल को चाटने लगा.

अब मेरे अन्दर बैचनी बढ़ गयी. मैं कुछ बोल भी नहीं सकती थी. मॉम ऑन कॉल थीं.

सनी जब मेरी गर्दन को चाटने लगा, मैं तो जैसे बेकरार हो गयी. मैंने भी ना चाहते हुए भी सनी के सर को पकड़ लिया और उससे स्मूच करने के लिए आगे बढ़ी.

इतने में सनी बोला- देखो मासी, दीदी क्या कर रही हैं.
मॉम बोलीं- क्या कर रही हो बेटा?

मैं बिना कुछ बोले सनी को स्मूच करने लगी. सनी भी मुझे जकड़ कर और जोर से साथ दे रहा था. उधर मॉम बोल रही थीं- क्या हुआ बेटा?

फिर सनी ने फोन उठाकर हम दोनों के होंठों के पास रख दिया. अब मॉम हम दोनों की स्मूच की आवाज सुन रही थीं … और पता नहीं क्या सोच रही थीं.

बस मॉम इतना ही बोल रही थीं- हैलो क्या कर हो बेटी!

  चंडीगढ़ में देसी अनचुदी फुद्दी चोदी

करीब 5 मिनट बाद हम एक दूसरे से अलग हुए. तब तक मॉम कॉल पर ही थीं.

सनी बोला- सुना मासी आपने दीदी क्या कर रही थीं.
मॉम बोलीं- कोई कुछ बोलेगा, तभी तो मुझे मालूम होगा कि क्या चल रहा है.

इतने में मैं बोली- मॉम वो मैं इससे …
इससे आगे मैं कुछ बोलती … सनी बोल उठा- देखा ना मासी … इतनी ठंड में दीदी आइसक्रीम खा रही थी … और इसने मुझे एक बाईट तक नहीं दी.

मॉम बोलीं- मधु बेटा, सनी को भी दे दो … भाई है तुम्हारा.
मैं बोली- ठीक है मॉम अभी देती हूँ.

मैं बोली- मॉम मैं आपसे बाद में बात करती हूं. पहले आपके लाड़ले को आइस क्रीम दे दूं.
सनी बोला- मासी बोल दो मुझे जितना खाने का मन है … उतना दे दे.

तभी मॉम बोलीं- बेटा ठंड बहुत है एक ही देना.
मैं बोली- ओके मॉम.

मैं फोन काट दिया और फोन काटते ही मैं उछल पड़ी.

मैं बोली- यार तुम न बिल्कुल पागल हो … मॉम के सामने ये सब कर दिया.
सनी आंख दबा कर बोला- मेरी रानी, यही तो सेक्स का ट्विस्ट है.

उसने मुझे गले लगाकर बोला- अब तो गांड मारने दोगी ना मेरी जान!
मैं बोली- बिल्कुल मेरे भाई तुमने तो हेड ऑफिस से ऑर्डर ले लिया है, जो दिल करे … तुम वो कर सकते हो.

ये कहते ही हम दोनों ठहाके मार कर हंसने लगे.

सनी मेरी गांड मसलते हुए बोला- यार मैंने बहुतों की गांड मारी है लेकिन मेरी बहन के जैसी आज तक गांड देखी ही नहीं.
मैं हंसती हुई बोली- अच्छा जी. जरा बताना तो कितनों की गांड मार रखी है तुमने!

सनी मेरे होंठों को चाटते हुए बोला- मेरी जान तुम्हें तो सब पता ही है. तुम एक बात बताओ, तुम भी इतनों के लंड से चुदी हो तुम्हें अभी तक सबसे अच्छा लंड किसका लगा!
तभी मैं बोली- जिसका लगा, मैं उसके साथ ही रहती हूं.

सनी बोला- अच्छा मेरी जान सच बोलो.
मैं बोली- हां, मैं चुदी तो बहुतों के लंड से हूँ लेकिन तेरे जैसा कोई नहीं है.

सनी बोला- ऐसी बात है रानी तो आज फिर से तैयार हो जाओ, आज मुझे तेरी गांड ही मारनी है.
सनी ने मेरी गांड पर एक जोर की चपाट मार दी.

मैं कराह कर बोली- आह क्या कर रहा है. साले बहन हूँ तेरी, कॉल गर्ल नहीं हूँ.
सनी बोला- तू सब कुछ है मेरी.

मैं बोली- मतलब!
वो बोला- तू बहन है मेरी.

मैं बोली- और!
तो सनी बोला- बीवी है मेरी … और दोस्त है मेरी … और कॉल गर्ल है मेरी. रंडी है मेरी. सब कुछ है तू मेरी.

मैं उसे प्यार से देखते हुए बोली- अच्छा जी … रंडी हूँ तेरी मैं?
सनी मुझको किस करते हुए मेरे होंठों को चबाते हुए बोला- क्यों नहीं है तू मेरी रंडी बोल!
मैं भी कामुक स्वर में बोली- बिल्कुल नहीं.

सनी मेरे होंठों को चाटते हुए एक हाथ मेरी चुत पर ले गया. उसका हाथ चुत पर पड़ते ही मैं विचलित हो गयी.

फिर वो धीरे धीरे मेरी चुत को सहलाने लगा, जिससे मेरे अन्दर की ज्वाला भड़क रही थी.

वो बोल रहा था- बोल तू मेरी रंडी है कि नहीं?
मैं मदहोशी में बोली- नहीं.

इतने में वो मेरी गर्दन को चाटने लगा और इसकी गर्म गर्म सांसों से मैं मदहोश हो रही थी.
मेरे मुँह से सिसकारी निकलने लगी थी.

इतने में सनी ने अपनी एक उंगली मेरी चुत में घुसा दी.
उसकी उंगली चुत में घुसते ही मैं तो मानो जैसे बिल्कुल कांप सी गयी.

मैं बोलने लगी- आह ऐसे मत करो यार … आह अब जल्दी से मेरी चुदाई कर दो.
वो मेरे होंठों को चाटते हुए बोला- तू मेरी रंडी है कि नहीं … बोल!

मैंने भी मदहोशी में बोल दिया- हां मेरे भाई मैं तेरी ही रंडी हूँ. अब मत तड़पा मुझे. जल्दी से फाड़ दे अपनी रंडी बहन की चुत.
इतने में वो मेरी चुत से हाथ निकलते हुए बोला- नहीं मेरी रंडी … चुत नहीं आज तो तेरी गांड मारूंगा.

मैं थोड़ी गुस्से में बोली- जो भी करना है कर दे … मेरे से अब बर्दाश्त नहीं हो रही है.
सनी बोला- मेरी रंडी, मेरा एक दोस्त तुझे चोदना चाहता है.

मैं बोली- अब कौन सा दोस्त है तेरा. तेरे दोनों दोस्त तो मेरी जवानी का रसपान तो कर ही चुके हैं. अब किस से चुदवाना चाहते हो?
वो बोला- वो तो तुम्हारा ही दोस्त है.

मैं चौंकते हुए बोली- यार मेरा कौन सा दोस्त … मेरे सारे दोस्त मेरी ले चुके हैं.
वो बोला- यार, वो तेरे इंस्टाग्राम का दोस्त है.

मैं फिर से चौंकते हुए बोली- तो इससे तेरा क्या फायदा होगा!
वो बोला- मेरी जान, उसकी बहन को मैं चोदूंगा और वो मेरी बहन को.
मैं बोली- ओके सोचूँगी … अभी तो पहले मुझे शांत कर.

वो नीचे बैठ गया और मेरी चुत को सूंघने लगा. उसने मेरी चुत पर जीभ को लगा दिया और चाटने लगा.

जैसे ही उसकी जीभ मेरी चुत पर पड़ी, मैं मानो मस्त हो गई. ऐसा लगा कि मेरी चुत को कोई अपना सा मिल गया हो.
वो मेरी चुत को मस्ती से चाटने लगा. मैं भी बिल्कुल खो गई थी और सनी का सर पकड़कर अपनी चुत में दबा रही थी.

मैं मस्ती के इस समागम में गोते लगा रही थी.

वो वैसे ही मेरी चुत चाटता रहा और मैं भी गांड आगे करते हुए चुत चटवा रही थी.

बीच बीच में वो मेरी चुत को अपने दांतों से काट लेता था, जिससे मैं एकदम से चिहुंक उठती और बोल देती- आह क्या कर रहा है बहनचोद … काट मत कमीने सिर्फ चाट.

करीब दस मिनट तक वो ऐसे ही करता रहा. फिर वो अपने जीभ से मेरी चुदाई करने लगा और मैं भी इस टंगफक में खो चुकी थी.

मुझे जीभ से चूत चुदवाना सबसे अच्छी चुदाई लगती है. मैं भी बिल्कुल मगन होकर चुद रही थी.

तकरीबन 15 मिनट बाद मेरे शरीर में ऐंठन सी होने लगी और मेरी सारी गर्मी चुत से लावा बनकर निकलने लगी.
सनी मेरी चुत की मलाई को ऐसे चाट रहा था, जैसे वो उसके लिए सोमरस हो.

धीरे धीरे वो मेरी चुत का सारा पानी पी गया.
मैं भी थोड़ी सी ठंडी हो गई.

इतने में सनी उठा और मेरी चूचियां मसलते हुए बोला- मेरी रानी, तूने तो अपनी चुत से अमृत निकाल दिया. लेकिन मैं तो अभी शुरू भी नहीं हुआ हूँ.
मैं उसके लंड को पकड़ते हुए बोली- ये साला तो हमेशा ही तैयार रहता है मेरी फाड़ने के लिए.

सनी बोला- रानी, तू चीज़ है ऐसी है.
मैं बोली- मेरे राजा भैया इसको अभी पैंट के अन्दर कर लो ना. तुम अपनी सारी गर्मी पब में ही उतार लेना.

सनी हंसते हुए बोला- मासी को फोन करूँ क्या!
मैं बोली- यार तू बहुत गन्दा है. कितना चोदेगा अपनी बहन को?

इतने में सनी मेरी गांड पर हाथ फेरते हुए बोला- मरते दम तक मेरी रानी.
मैं उसे प्यार से देखने लगी.

सनी बोला- ज्यादा मत तड़पाओ यार.
ये कह कर सनी ने मुझे वहीं पलंग पर झुका दिया और मेरी गांड चाटने लगा.

उसकी जीभ लगते ही मैं गुदगुदा गयी और सोची- मार दे बहनचोद … मैं सही में तेरी रंडी ही हूं.

इतने में उसने मुझे पलंग पर लिटा दिया और वो मेरी गांड को चाटने में बिजी ही गया.
मैं भी पूरा मजा ले रही थी.

वो अब अपनी जीभ को मेरी गांड की दरार पर ले गया.
उसके ऐसा करते ही मेरी आंखें मदहोशी से बंद हो गईं और मैं उस क्षण को शब्दों में बयान नहीं कर सकती.

वो तकरीबन 10 मिनट तक ऐसे ही करता रहा और ना जाने कब साले ने मेरी गांड पर क्रीम को लगा दिया. क्रीम के बाद लंड लगा तो सरकता हुआ अन्दर चला गया.

इतने में सनी अपने लंड को मेरी गांड की छेद पर टिकाया और मेरी कमर को दोनों हाथों से पकड़कर एक जोर का झटका दिया और लंड का का टॉप मेरी गांड में दाखिल कर चुका था.

क्रीम के बाद लंड लगा तो सरकता हुआ अन्दर चला गया. अब बारी मेरी चिल्लाने की थी. मैं दर्द से कसमसाने लगी.
मैं आगे कुछ बोलती, इतने में उसने दुबारा से जोरदार झटका दे मारा और पूरा लंड मेरी गांड को चीरते हुए घुस गया.

लंड ने मेरी गांड में जगह बना ली.
मैं दर्द से चिल्लाने लगी और जोर जोर से सनी को बोलने लगी- आह निकाल लंड साले … मेरी गांड फट गई.

दर्द के कारण मेरे मुँह से आह हहह ओह हहह की आवाज़ निकल रही थी.

मगर वो लंड आगे पीछे करने लगा, जिससे दर्द और बढ़ गया और मैं फिर अपने भाई को गाली देने लगी- साले निकाल लंड को … फट गई मेरी गांड … अपनी बहन विन्नी को क्यों नहीं चोदता.

मैं आप लोगों को बता दूं कि सनी की एक बहन है विन्नी … मस्त माल है साली और सनी उसे चोदना चाहता था.
विन्नी की जवानी भी एक मर्द की डिमांड कर रही थी, वो भी अब चुदना चाहती थी.

मैं विन्नी को सनी से चुदवाना चाहती थी और सनी भी अपनी बहन को चोदना चाहता था.

इसके बारे में मैं कभी और बताऊंगी. अभी इसी कहानी पर आती हूँ.

मैं दर्द से तड़फ रही थी और बोली- साले, अपनी बहन विन्नी की गांड क्यों नहीं मारता.
सनी बोला- मेरी जान मारना तो चाहता हूँ … लेकिन कैसे करूं?

वो बोलते बोलते अपने लंड को आगे पीछे कर रहा था. मेरा दर्द अब कुछ कम हो गया और मैं भी अब गांड हिलाते हुए सनी का साथ देने लगी.

वो भी पूरे जोश में आ गया था और उसने अपनी स्पीड को बढ़ा दिया.

मैं भी अब सातवें आसमान की सैर कर रही थी और उसका पूरा साथ दे रही थी.

हम दोनों ऐसे ही लगे थे.

करीब 20 मिनट बाद वो झड़ने को आया और उसने अपनी स्पीड और ज्यादा बढ़ा दी.

मैं भी जोर जोर से गांड हिलाने लगी. जिससे हम दोनों को खूब मस्ती आ रही थी.

वो गपागप मेरी गांड फाड़ रहा था और मैं भी पूरे जोश में फड़वा रही थी.

करीब 5 मिनट बाद वो स्खलन को आया और मुझे रंग बिरंगी गालियां देने लगा- साली कुतिया तेरी गांड फाड़ दूंगा … आह मेरी रंडी.
मैं भी गाली का जवाब गाली से देने लगी- फाड़ दे साले मेरी गांड को … बना ले मुझे अपनी रंडी.

ऐसे ही गालियों का दौर चलता रहा और सनी के लंड से गर्मागर्म धार निकल पड़ी और मेरी गांड उसके स्पर्म से लबालब होकर तृप्त हो गयी.
सनी मेरी पीठ के ऊपर ही निढाल होकर सो गया.

दोस्तो, मैं उम्मीद करती हूं कि आप लोगों को यह सेक्स कहानी बहुत अच्छी लगी होगी. आप मुझे कमेंट कर सकते हैं.